दिनांक 06.04.2024 को अपने विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर, सिनीडीह में विश्व स्वास्थ्य दिवसका आयोजन किया गया।इस अवसर पर पाटलिपुत्र हास्पिटल , इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डा०मुक्ति किशोर, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री राकेश सिन्हा, एकल आरोग्य सेवा प्रकल्प,उत्तर झारखंड क्षेत्र के सेवक श्री सेवक राम , सेविका नीता कुमारी, श्रीमती देवंती देवी, पूजा कुमारी, किरण कुमारी एवं जमनी देवी उपस्थित थे। कार्यक्रम का प्रारंभ की प्रज्वलन से हुआ। अपने उद्बोधन में दो मुक्ति किशोर ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ आत्मा बसती है।
अतः हमें चाहिए कि हम खानपान में संयमित रहें एवं बाजारु वस्तुओं का कम से कम प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि आज हर घर में डिब्बा बंद वस्तुएं -यथा पिज़्ज़ा, बर्गर, मोमोज, चाऊमीन आदि बच्चों को दिया जा रहा है,
जो बच्चों के स्वास्थ्य एवं विकास के लिए अत्यंत हानिकारक है।काज उन्होंने यह कहा कि आज बड़ों के साथ-साथ सुबह में बच्चों को भी चाय और बिस्कुट दिया जा रहा है, जो उनके लिए जहर का काम करता है।
अतः ऐसी खाद्य वस्तुओं से परहेज करना चाहिए। पहले के लोग स्वनिर्मित काढ़ा का सेवन करते थे, जिससे कि उनके स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ता था और वे निरोग रहते थे। उन्होंने कहा कि समय-समय पर हमें अपने स्वास्थ्य का भी परीक्षण करवा लेना चाहिए क्योंकि आज के बच्चे कल के भविष्य हैं,
जिनके द्वारा एक विकसित राष्ट्र का निर्माण होना है। उन्होंने भैया-बहनों को सलाह दिया कि आप अपने घर में आहार वाटिका एवं पोषण वाटिका का निर्माण करें ताकि आपको ताजे फल एवं सब्जियां प्राप्त हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि भारत का आयुर्वेद विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेद की श्रेणी में आता है, जिसकी मांग आज संपूर्ण संसार में है।
अतः जब भी आप अस्वस्थ हो तो आयुर्वेद दवाओं का सेवन करें।
विद्यालय के प्राचार्य श्री राकेश सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य हमारा अमूल्य धन है।इसके प्रति हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए। यदि हम स्वस्थ हैं तो दुनिया के सबसे भाग्यशाली व्यक्ति हैं, क्योंकि जो भी कार्य हमारे सामने में आएंगे वह हमसे अवश्य पूरा होगा, जो भी हम सोचेंगे वह सकारात्मक होगा। कार्यक्रम में विद्यालय के भैया-बहनों ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर एक लघु नाटिका भी प्रदर्शित की गई।
सभी भैया-बहनों का स्वस्थ्य परीक्षण किया गया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्य श्री मुरारी दयाल सिंह ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय की वरिष्ठ आचार्या डॉ० निशा तिवारी, श्री नवल किशोर झा श्री पंकज कुमार गुप्ता, श्री पीयूष वेरा, श्री सुधीर कुमार दास, श्री राहुल कुमार राय, श्री अनूप कुमार पांडेय , श्री अनिल कुमार, श्रीमती कुमारी नमिता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई