सरस्वती विद्या मंदिर सिनीडीह के प्रांगण में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई । मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे तारगा पंचायत के सरपंच श्री रूपदेव रवानी जी। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि श्री रूपदेव रवानी, विद्यालय कोषाध्यक्ष श्री राजेंद्र प्रसाद ,प्रधानाचार्य श्री राकेश सिन्हा, प्रबंधकारिणी समिति सदस्य श्री उत्तम ग्याली के द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया एवं बाबा साहब पर माल्यार्पण किया गया।
अपने उद्बोधन में श्री रवानी जी ने कहा कि बच्चों में अपार शक्ति होती है बस जरूरत है इस शक्ति को सही दिशा देने की। जब बच्चे अपने कर्तव्य को बेहतर ढंग से सीख जाएंगे ,उनका पालन करने लगेंगे तभी हमारा देश सिरमौर बन सकेगा क्योंकि बच्चे ही देश के भविष्य होते हैं ।
अपने उद्बोधन में प्रधानाचार्य जी ने कहा भारत रत्न बाबा साहब देश में एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए आमूलचूल प्रयास किए वहीं कोषाध्यक्ष महोदय ने कहा कि बाबा साहब का जीवन हमारे लिए खुली किताब की तरह है इससे हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हमें संघर्षों का डटकर सामना करना चाहिए।
वही श्रीमान उत्तम ग्याली जी ने कहा की विद्या भारती के विद्यालयों में महापुरुषों के जयन्तियों के अवसर पर छुट्टी नहीं दी जाती बल्कि जयंतियां मनाई जाती है ताकि भैया बहन हमारे महापुरुषों के बारे में बेहतर ढंग से जान सके ।इस अवसर पर कई तरह के कार्यक्रम किए गए । अंग्रेजी भाषण अर्जित, आयुष्मान, अर्चना , ज्योति प्रिया एवं नितिन कुमार ने प्रस्तुत किया जबकि हिंदी में आदित्य ,नमन पॉल, पवन और अदिति ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में गीत के माध्यम से सुप्रिया, एकता, शुभलक्ष्मी, तनय और सौरभ ने अपनी भागीदारी दिखाई वहीं साक्षी, तृषा ,अवनी और विक्रम ने कविता के माध्यम से बाबा साहब के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दिखाई। मंच संचालन नूपुर रानी एवं मीरा ने किया । अतिथि परिचय आचार्या सुतपा दास जबकि प्रस्तावना आचार्य सुधीर दास के द्वारा प्रस्तुत किया गया । इस कार्यक्रम में सभी आचार्य एवं दीदी जी उपस्थित थे।