देश के लिए सर्वस्व समर्पण का भाव ही सच्ची देशभक्ति होती है-अरुण कुमार दिनांक 16 नवंबर 2024 को अपने विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर, सिनीडीह में जन जातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख मा० अरुण कुमार जी, मुख्य अतिथि श्री लखीकांत उरांव एवं विद्यालय के प्राचार्य श्री राकेश सिन्हा ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन एवं धरती आबा बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए विद्यालय के प्राचार्य श्री राकेश सिन्हा ने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा ने देश की संस्कृति एवं स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दे दिया। अतः हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी संस्कृति, देश की सुरक्षा एवं राष्ट्र की प्रगति के लिए सदैव तत्पर रहें।
साथ ही साथ उन्होंने गुरु नानक देव जी के संबंध में कहा कि उन्होंने भारतीय संस्कृति के उत्थान हेतु जीवन भर प्रयास किया। उनके कार्यों से हमें प्रेरित होना चाहिए और देश सेवा हेतु हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
इसी हेतु आज अपने विद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया गया है। अपने उद्बोधन में क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख मा० अरुण जी ने कहा कि देश के लिए सर्वस्व समर्पण का भाव ही सच्ची देशभक्ति है।
भगवान बिरसा मुंडा ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व समर्पण तो किया ही साथ ही साथ उन्होंने संपूर्ण भारतवर्ष में स्वतंत्रता का अलख जगा दियो। उन्हें धरती आबा भी कहा जाता है क्योंकि वे कहते थे कि यह धरती ही हमारे लिए माॅं है और धरती प्रकृति से जुड़ी हुई है, अतः हमें प्रकृति के संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए।
प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं का संरक्षण हमारा कर्तव्य होना चाहिए। प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाकर चलने से ही मानवता का कल्याण संभव है।
उन्होंने गुरु नानक देव जी के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने संपूर्ण मानव जाति को ज्ञान का प्रकाश दिया, भारतीय संस्कृति एवं वैदिक परंपरा को जीवित रखने हेतु गुरु नानक देव जी ने अपना संपूर्ण जीवन खपा दिया, इसलिए प्रत्येक वर्ष उनकी जयंती के अवसर पर संपूर्ण भारतवर्षप्रकाश उत्सव मनाता है।
इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। भगवान बिरसा मुंडा एवं गुरु नानक देव जी की जीवनी और उनके कार्यों से संबंधित शिशु ,बाल ,किशोर एवं तरुण वर्गके भैया -बहनों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
तरुण वर्ग के लिए वाद- विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसका शीर्षक था क्या राजनेताओं के लिए शिक्षा आवश्यक है? बाल वर्ग के द्वारा एक एकांकी प्रस्तुत किया गया जिसका शीर्षकभगवान बिरसा मुंडा की देश भक्ति था।
चूंकि अभी चुनाव का समय है, अतः मतदाताओं के लिए जन- जागरण हेतु एक प्रहसन भी प्रस्तुत किया गया शीर्षक था मतदाता जागरूकता अभियान।
भैया -बहनों ने मंच पर यह प्रदर्शित किया कि किस प्रकार मतदाता EVM के द्वारा अपना मत देंगे। आशीर्वचन मुख्य अतिथि श्री लखीकांत उरांव ने प्रस्तुत करते हुए कहा कि वास्तव में भगवान बिरसा मुंडा सादगी, समर्पण एवं देशभक्ति के मिशाल थे, जिन्होंने अपने अल्प समय में संपूर्ण भारत को राष्ट्र के प्रति सर्वस्व समर्पण के भाव को जगाया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक आचार्य श्री विश्वनाथ दास ने किया।
प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को विद्यालय के प्राचार्य श्री राकेश सिन्हा, मुख्य अतिथि श्री लखीकांत उरांव, आचार्य श्री अशोक कुमार सिंह, आचार्य डॉ निशा तिवारी, श्रीमती प्रियंका बागची, श्रीमती सुलेखा कुमारी, श्रीमती विनीता कुमारी, श्रीमती कुमारी नमिता श्रीमती सुतपा विश्वास ने मेडल एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम को संपन्न करने में आचार्य श्री विधान चंद्र झा, श्री नवल किशोर झा, श्री धर्मेंद्र तिवारी, श्री मुरारी दयाल सिंह, श्री सुधीर कुमार दास, श्री रमाकांत मिश्र ,श्री गिरवर धारी राय, श्री जितेंद्र कुमार दुबे, श्री पीयूष वेरा के साथ-साथ सभी आचार्याओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।