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गौतम बुद्ध अहिंसा के परम पुजारी -श्रीमती आशा देवी। सरस्वती विद्या मंदिर सिनीडीह में गौतम बुद्ध की जयंती धूमधाम से मनाई गई।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य, लौहपट्टी, धनबाद श्रीमती आशा देवी, समिति सदस्य उत्तम गयाली,आचार्य श्री अशोक सिंह एवं दीदीजी निशा तिवारी के कर कमलों से दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।

कार्यक्रम की उपादेयता पर प्रकाश डालते हुए आचार्य श्री जितेन्द्र दूबे ने कहा कि गौतम बुद्ध मानवता के सच्चे सपूत थे। रूढ़िवादी विचारधारा एवं बलि प्रथा के विरोधी थे। मुख्य अतिथि जिला परिषद सदस्य श्रीमती आशा देवी ने कहा कहा कि गौतम बुद्ध अहिंसा परमो धर्म: मानने वाले परम पुजारी थे।

ये ईश्वर के एक अवतार थे। विद्यालय द्वारा इनका जयंती मनाना गौरव की बात है। शिक्षा के साथ -साथ संस्कार की शिक्षा इस विद्यालय की विशेषता है।

इस अवसर पर बहन सृष्टि, नुपुर ने हिंदी में एवं बहन प्रीति, आकृति, भैया आर्यन, कन्हैया ने अंग्रेजी में बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला। भैया आर्यन ने एवं बहन दिव्या,प्राची,रिया,रूही, प्रेरणा ,आयत, दीया, चांदनी, मीरा ने सुमधुर गीत प्रस्तुत किया।

कक्षा -सप्तम के भैया द्वारा बुद्ध के जीवन पर आधारित लघु नाटिका ने दर्शकों का मन मोह लिया।मंच संचालन सप्तम ‘ब’ के भैया नमन पाल एवं षष्ठ ‘अ’ की बहन तृषा लाला ने जबकि धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती सुलेखा दीदीजी ने किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी आचार्य -दीदीजी, कर्मचारी बंधु- भगिनी एवं भैया -बहनों का सक्रिय सहयोग रहा।

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